Pages

Saturday 13 February 2016

राजा और वज़ीर

वीरानी छोटा सा पर बड़ा खुशहाल राज था. वहां का राजा बहुत ही बुद्धिमान और बलशाली था. वह प्रजा का ध्यान रखता था और वहां की प्रजा उससे डरती भी थी और प्यार भी करती थी.

वीरानी राज के बीचों-बीच पानी का बड़ा कुआं था जिसका पानी बहुत स्वादिष्ट और मीठा था. वीरानी राज के निवासी उसी कुएं का पानी पीते थे क्यूंकि मीठे पानी का एक मात्र स्रोत वही था. और इसीलिए वीरानी के राजा और उसके वज़ीर को भी उसी कुँए का पानी रोज़ भिजवाया जाता था.

पर यह खुशहाली एक दुश्मन को पसंद नहीं आई और उसने रात के अँधेरे में कुँए में एक नशा घोल दिया. भयानक हंसी के बीच बोला 'अब जो भी इस कुएं का पानी पियेगा पागल हो जाएगा हहाहाहा'.

अगली सुबह वीरानी शहर के निवासी उस कुएं का पानी पी कर पागल होने लग गए. परन्तु सुबह का पानी राजा और उसके वज़ीर तक अभी नहीं पहुंचा था.

दोपहर होते होते वीरानी राज के गली कूचों और बाज़ार में लोग इकट्ठे होने लगे और एक दूसरे के कानों में फुसफुसाने लगे. तरह तरह के विचार सामने आने लगे:
- आज तो राजा और वज़ीर मंत्री ने अभी तक पानी ही नहीं पिया. इन दोनों का तो दिमाग हिल गया लगता है.
- इनकी तो सोच ही बिगड़ गई लगती है.
- लगता है ये दोनों पागल हो गए हैं पागल.
- तो क्या हमारी जैसी अच्छी प्रजा का राजा एक पागल होगा? क्या हमारा वज़ीर एक पागल होगा?
- कुछ उपाय तो हमें करना होगा ना?
- अगर ये नहीं सुधरे तो इन्हें उखाड़ फेंकेंगे.

उस शाम राजा ने दरबार-ए-आम लगवाया. सोने का प्याला मंगवाया, उसमें कुएं का पानी भरवाया, प्याला सारे दरबार को दिखाकर पानी गटक लिया.
राजा ने प्याला अब वज़ीर को दिया. वजीर ने भी प्याला कुएं के पानी से भरवाया. प्याला उठाकर दरबार को दिखाया और होटों से लगा कर खाली कर दिया.

दरबार में ख़ुशी की लहर दौड़ गई. वीरानी राज के निवासियों ने ख़ुशी से नाचना गाना शुरू कर दिया:
- हमारे राजा और वज़ीर ठीक हो गए!
- मुबारक हो! मुबारक हो!
- हमारे राजा ज़िंदाबाद!
- हमारे वज़ीर ज़िंदाबाद!

राजा और वज़ीर

यह किस्सा खलील जिब्रान की एक कहानी The Wise King पर आधारित है जो उनके कहानी संग्रह The Madman में प्रकाशित हुआ है. जिब्रान का अरबी नाम जिब्रान खलील जिब्रान था और उनका जन्म लेबनान में 1883 हुआ. 12 वर्ष की आयु में माता पिता के साथ न्यू यॉर्क चले गए थे और वहीं बस गए थे. उनकी मृत्यु न्यू यॉर्क में 1931 में हुई और उनकी इच्छानुसार उन्हें लेबनान में 1932 दफनाया गया. वो एक कलाकार, चित्रकार, मूर्तिकार, कवि, दार्शनिक और लेखक थे. उनकी बहुत सी रचनाओं में से विशेष हैं : The Prophet और  Broken Wings.


1 comment:

Harsh Wardhan Jog said...

https://jogharshwardhan.blogspot.com/2016/09/blog-post_63.html